अमेरिका में सेना के हथियार हुए चोरी, फिर हिंसक अपराधों में जमकर हुआ इस्तेमाल
न्यूयॉर्क: न्यूयॉर्क की राजधानी अल्बानी में एक युवक को गिरफ्तार किया गया था जिसके पास सेना की बंदूक मिली थी। हुआ कुछ ऐसा था कि एक अपराध के मामले में पुलिस एक युवक का पीछा कर रही थी, तभी उस युवक ने अपनी कमर से एक पिस्तौल खींचकर पुलिस के ऊपर तान दी।
पुलिस ने कहा कि ऐसा मत करो, पुलिस अधिकारी ने उससे कहा कि पिस्तौल फेंक दे। युवक ने पुलिस की बात मानी और उसने फेंक दी। पिस्तौल फिर पुलिस के हाथों में चली गई। पुलिस ने पिस्तौल की जांच की तो पता चला कि वह बेरेटा एम9 थी।
गोलियों की जांच करने पर पता चला कि न्यूयॉर्क में चार जगहों में गोलीबारी में इसी का इस्तेमाल हुआ था। लेकिन अलग बात ये है कि जो पिस्तौल अमेरिका की सड़कों पर अपराधी धड़ल्ले से उपयोग कर रहे हैं वो अमेरिकी सेना की है जिनका इस्तेमाल दुश्मनों के खिलाफ किया जाना था।
जब सेना से इस बारे में पूछा गया तो कि उसकी बेरेटा एम9 पिस्तौल न्यूयॉर्क की राजधानी में कैसे पहुंची, तो उसके पास कोई जबाव नहीं था। जून 2018 तक पुलिस का अपराधियों का पीछा करने तक, सेना को इस बात का आभास भी नहीं था कि किसी ने बंदूक चुरा ली है। जांचकर्ताओं ने इन्वेंट्री रिकॉर्ड जांचे तो पता चला कि बेरेटा एम9 पिस्तौल 600 मील दूर फोर्ट ब्रैग, उत्तरी कैरोलिना के अंदर सुरक्षित थी, लेकिन वह न्यूयॉर्क की राजधानी में मिली।
पिछले अक्टूबर में, सैन डिएगो में पुलिस एक कार की अगली सीट पर एक सैन्य ग्रेनेड लांचर मिला था जिसे देखकर वह चौंक गई थी। वहीं कुछ लोगों ने न्यूयॉर्क के एक घर पर हमला कर दिया था, अपराधी जब पकड़े गए तो उनके पास सेना की बंदूक थी।
रिपोर्ट में पता चला कि अफगानिस्तान में, किसी ने सेना के कंटेनर पर ताला काट दिया और 65 बेरेटा एम9 चुरा लिए साथ ही सैन्य विस्फोटक भी गायब हो गए या चोरी हो गए थे। इनमें हथगोले भी शामिल थे। चोरी की गई बंदूकें गिरोह के सदस्यों को बेच दी गईं, बाद में इन्हें बदमाशों से बरामद किया गया। इनका हिंसक अपराधों में इस्तेमाल किया गया था।