बागपत में गौ तस्करों ने किया सरेंडर, बोले- अब कभी अपराध नहीं करेंगे
बागपत: यूपी पुलिस के डर से अपराधी आत्मसमर्पण करने को मजबूर हो गए हैं। बागपत में गौ तस्करी के दो आरोपियों ने दहशत में दोघट थाने पहुंचकर पुलिस के सामने आत्मसर्मपण कर दिया। आरोपियों ने थाने पहुंचकर कहा, ”साहब हमें गिरफ्तार कर लीजिए। हम गौ तस्कर हैं और पुलिस हमारे पीछे पड़ी हुई है। हमें डर है कि पुलिस मुठभेड़ में हमें गोली मारकर घायल ना कर दे। हमारे खिलाफ गौ तस्करी का मुकदमा दर्ज है। भविष्य में इस तरह का अपराध हम नहीं करेंगे। इस बार माफ कर दीजिए।” इंस्पेक्टर दिनेश कुमार चिकारा के निर्देश पर पुलिस ने दोनों से पूछताछ की और गिरफ्तार कर जेल में बंद कर दिया।
दरअसल, बागपत के फौलादनगर गांव के जंगल में करीब एक महीने पहले कुछ गौवंश बंधे मिले थे। सूचना पर पुलिस ने गौवंश को मुक्त कर दिया था। मुकदमा दर्ज कर पुलिस की विवेचना शुरू हुई तो सात आरोपियों के नाम सामने आए। इनमें से पुलिस ने फुरकान, गुलफाम, उस्मान, मेहरदीन और नावेद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जबकि इकराम पुत्र नूरा और रिजवान पुत्र नसीर निवासी फौलादनगर फरार चल रहे थे।
शनिवार को दोनों आरोपी दोघट थाने पहुंच गए और दोनों हाथ उठाकर पुलिस के सामने बताया कि हमारे खिलाफ गौ तस्करी का मुकदमा दर्ज है, हमें गिरफ्तार कर लीजिए। आरोपियों ने कहा कि पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही उनके पीछे पड़े हुए हैं और उन्हें डर है कि पुलिस मुठभेड़ में उन्हें गोली ना लग जाए। आरोपियों ने कहा कि आगे से ऐसा अपराध नहीं करेंगे। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।