भारत को विदेशों से मदद के रूप में मिले 33 मिलियन से ज्यादा आइटम
![](https://nationkhabar.in/wp-content/uploads/2021/06/1594a7aeaffb2f1eb766598fe747ffd69786ef2e664eb0cbb9c42b62e2ba050d.jpg)
सरकार की तरफ से जारी किए नए आंकड़ों के अनुसार, भारत को दुनियाभर से कोविड सहायता (Covid Aid) के रूप में 33 मिलियन (3 करोड़ 30 लाख) से ज्यादा आइटम्स मिले हैं. 43 देश भारत की मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं और विदेशों से लगभग 100 खेप प्राप्त हुई हैं. इस दौरान, भारी मात्रा में आने वाली दवाओं के अलावा, सबसे बड़ी खेप ऑक्सीजन सिलेंडरों की थी और उसके बाद ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की, जिसने भारत को महामारी की दूसरी लहर के चरम पर जीवन रक्षक गैस की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद की.
इस साल कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ढाई महीने भारत के लिए सबसे कठिन रहे, इनमें भी मई का महीना सबसे खतरनाक साबित हुआ, जब देश को एक बड़े स्वास्थ्य संकट का सामना करना पड़ा. इस संकट से निपटने के लिए भारत ने 27 अप्रैल से ‘कोविड रिलीफ’ के तौर पर विदेशों से जरूरी सामान या मदद मंगाना शुरू कर दिया था. इन सभी सामानों को लगातार उन राज्यों में भेजा गया, जिनमें महामारी के हालात सबसे ज्यादा खराब रहे.
दरअसल पिछले साल, जब अन्य देशों में कोरोना के हालात बेहद खराब हो गए थे, तब भारत ने उन देशों की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया था. उसी को देखते हुए उन सभी देशों ने इस साल भारत को मदद भेजनी शुरू कर दी थी. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 27 अप्रैल से अब तक भारत को मिली कुल विदेशी मदद का लगभग एक तिहाई प्राइवेट संगठनों या व्यक्तियों की तरफ से दी गई है. 33.1 मिलियन आइटम में से 21.4 मिलियन सरकार-से-सरकार के माध्यम से (Government-to-Government Route) आए, वहीं 11.7 मिलियन आइटम प्राइवेट मदद के रूप में भेजे गए.
अब तक भेजी गई विदेशी सहायता में 10 लाख से ज्यादा रैपिड एंटीजन टेस्ट किट, 95 लाख फेविपिराविर, 22 लाख मेडिरोल और 80 लाख से ज्यादा रेमडेसिविर की डोज शामिल रहीं. हाल में मिली मदद में कनाडा, संयुक्त अरब अमीरात और कतर से ऑक्सीजन प्लांट और इंडोनेशिया से ऑक्सीजन सिलेंडर शामिल हैं. वहीं, अब जैसे-जैसे दूसरी लहर का खतरा कम होता जा रहा है, वैसे-वैसे ही विदेशों से मदद मंगाना भी कम कर दिया है.
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने बताया कि विदेशों से मिली सहायता का 99.6 प्रतिशत राज्यों में बांटा जा चुका है और बाकी को वापस भेज दिया गया है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली को 27,000 ऑक्सीजन सिलेंडर और लगभग 23,000 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर मिले. इसी के साथ, 16,000 से ज्यादा वेंटिलेटर और 53 ऑक्सीजन प्लांट और चार ऑक्सीजन टैंकर भी दिल्ली भेजे गए.