मध्य प्रदेश में 21 जून से वैक्सीनेशन का महाअभियान, शिवराज बोले- लोगों की जिंदगी बचाने का अभियान है टीकाकरण
भोपाल। प्रदेश में 21 जून से कोरोना टीकाकरण महाअभियान की शुरुआत होने जा रही है। एक साथ सात हजार केंद्रों पर सुबह दस बजे से टीके लगाए जाएं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को यह साधारण नहीं बल्कि लोगों की जिंदगी बचाने और कोरोना से सुरक्षित करने का अभियान हैं। इससे पवित्र काम कोई और नहीं हो सकता है। आशंका है कि सितंबर-अक्टूबर तक तीसरी लहर आएगी, तब तक अधिकांश व्यक्तियों को हम टीके लगा देंगे। उन्होंने कहा कि मैं, मंत्री और सरकार जुटेगी पर आपको भी लगना होगा। हमें टीके को लेकर फैले भ्रम को दूर करना होगा। हम अपनों को मरते हुए नहीं देख सकते हैं। दूसरी लहर में बड़ा कष्ट झेला है।
उन्होंने कहा कि आप समाज की प्रमुख हस्तियां हैं और आपकी बात का वजन एवं असर है। दुनियाभर के विज्ञानी कहते हैं कि टीका ही सुरक्षा चक्र प्रदान करता है। दोनों डोज (टीके)] लग गए तो संक्रमण फैलने पर अव्वल तो कोरोना होगा नहीं और यदि हो गया तो वह घातक नहीं होगा। टीका लगवाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। सभी देश टीकाकरण पर तेजी से काम कर रहे हैं। पहले राज्यों के स्तर पर 18 से 44 वषर्ष तक के व्यक्तियों को टीका लगाने की व्यवस्थाएं राज्य सरकार कर रही थीं पर यह नहीं हो पाया। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 21 जून से टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। सभी केंद्रों पर प्रेरक (गणमान्य नागरिक)]की मौजूदगी में अभियान की शुरआत होगी। हमें कोरोना के अनुकूल व्यवहार भी करना होगा। मास्क लगाना, शारीरिक दूरी बनाकर रखना और लगातार हाथ साफ करते रहना होगा।
धर्मगुरुओं से मुख्यमंत्री ने कहा कि वे इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएं। टीकाकरण को लेकर इंटरनेट मीडिया पर अपील करें। इसका गहरा असर पड़ेगा। उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि प्रेरकों के लिए केंद्र पहले से तय कर लें और उन्हें सम्मान के साथ ले जाने की व्यवस्था भी बनाएं। सभी की वीडियो अपील इंटरनेट मीडिया पर डालें। इसके लिए हैशटैग एमपी वैक्सीनेशन महाअभियान भी बनाया है। ग्रामीण क्षेत्रों में डोंडी पिटवाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 21 जून के बाद भी अभियान लगातार चलता रहेगा। कोशिश यही रहेगी कि टीके लगातार आते जाएं और लोगों को लगते जाएं। एक से तीन जुलाई के बीच फिर अभियान चलाएंगे। मैं भी कुछ जगहों पर जाऊंगा। मंत्री, सांसद, विधायक, आपदा प्रबंधन समूह के सदस्य सहित अन्य गणमान्य नागरिक भी इसमें जुटेंगे।