मोदी संग होने वाली मीटिंग में सभी नेताओं को दिखानी होगी कोविड निगेटिव रिपोर्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 24 जून को जम्मू कश्मीर के कई राजनीतिक दलों संग एक महत्वपूर्ण मीटिंग होने जा रही है. उस मीटिंग की वजह से घाटी की सियासत गरमा गई है और तमाम तरह की अटकलों का दौर शुरू हो चुका है. अब उस मीटिंग में जिन भी नेताओं को न्योता दिया गया है, उन्हें अपने साथ एक निगेटिव कोविड रिपोर्ट लानी होगी.
इस बारे में नॉर्थ ब्लॉक के एक बड़े अधिकारी ने बताया है कि ये मीटिंग आमने-सामने बैठकर होने जा रही है, ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी से निगेटिव कोविड रिपोर्ट लाने को कहा गया है. जानकारी के लिए बता दें कि इस मीटिंग के लिए कुल 14 राजनीतिक दलों को न्योता भेजा गया है. इस साल जम्मू कश्मीर से अनुछेद 370 को हटे दो साल होने जा रहे हैं, ऐसे में ये मीटिंग काफी मायने रखती है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि जम्मू-कश्मीर को फिर पूर्ण राज्य का दर्जा देने पर बात हो सकती है. वहीं घाटी में विधानसभा चुनाव को लेकर भी विचार-विमर्श हो सकता है. अभी के लिए कुछ भी साफ नहीं हुआ है, लेकिन हर बड़े नेता को न्योता गया है, ऐसे में मीटिंग को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
मीटिंग के लिए फारुक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती जैसे बड़े नेताओं को आमंत्रण भेजा गया है. इसके अलावा कांग्रेस के भी तीन नेताओं को न्योता मिला है. इस लिस्ट में गुलाम नबी आजाद, जीए मीर और तारा चंद को भी न्योता भेजा गया है. लेकिन खबर है कि इस महत्वपूर्ण मीटिंग में तारा चंद नहीं आने वाले हैं. कोविड वैक्सीन लगवाने के बाद से उनकी तबीयत खराब चल रही है और अभी उनका दिल्ली के अस्पताल में इलाज जारी है. वैसे इन बड़े नेताओं के अलावा कई छोटे दलों को भी मीटिंग का हिस्सा बनाया गया है. कोशिश की गई है कि जम्मू-कश्मीर के हर सक्रिय नेता को इस मीटिंग का हिस्सा बनाया जाए.
इसी बात को ध्यान में रखते हुए अल्ताफ बुखारी, सीपीआई-एम के MY Tarigami और पैंथर पार्टी के भीम सिंह को भी बुलाया गया है. अब क्योंकि हर छोटे-बड़े नेता को न्योता गया है, ऐसे में कहा जा रहा है कि कुछ बड़ा भी होता दिख सकता है. वैसे इस मीटिंग में बीजेपी के भी बड़े नेता दिखने वाले हैं. कविंदर गुप्ता, निर्मल सिंह और रविंदर सिंह को न्योता गया है. इस सब के अलावा खबर है कि केंद्र की तरफ से एक कमिटी का भी गठन किया गया है जिसमें उपराज्यपाल, गृह मंत्री, होम सेकेट्री और दूसरे बड़े अधिकारी मौजूद रहने वाले हैं. लेकिन इस कमिटी को लेकर कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है.