CM तीरथ सिंह रावत ने लिया बड़ा फैसला, श्रद्धालुओं के आने पर कोई पाबंदी नहीं, कोरोना नियमों का पालन जरूरी

उत्तराखंड सरकार हरिद्वार कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं का दिल खोलकर स्वागत कर रही है . राज्य के नए सीएम तीरथ सिंह रावत ने ऐलान किया है कि कुंभ स्नान के लिए हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं पर किसी भी तरह की रोक नहीं लगाई जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार श्रद्धालुओं को लाने- ले जाने के लिए एक्स्ट्रा बसों का इंतजाम कर रही है. सीएम ने इस सिलसिले में शनिवार को अपने आवास पर कुंभ मेला समीक्षा बैठक की जिसमें ये फैसला लिया गया.

सीएम तीरथ सिंह रावत ने इस दौरान कुंभ के लिए शंकराचार्यों और अखाड़ों के लिए जमीन मुहैया कराए जाने के भी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि 12 साल बाद आयोजित होने वाले कुंभ में हर श्रद्धालु गंगा स्नान करने की इच्छा रखता है. कुंभ के लिए लोगों में काफी आस्था होती है इसीलिए कुंभ स्नान करने आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो यह सुनिश्चित किया जाएगा. समीक्षा बैठक में सीएम ने कुंभ वाले इलाकों की सड़कों की मरम्मत के आदेश के साथ ही वहां पड़ा मलबा हटाने का भी निर्देश दिया.

सीएम रावत ने कहा कि कुंभ वाली जगहों पर श्रद्धालुओं की जरूरी सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए. अगर किसी भी एक्स्ट्रा व्यवस्था किए जाने की जरूरत है तो उसका प्रस्ताव दो दिन के भीतर सरकार को मुहैया कराया जाए. सीएम तीरथ सिंह रावत ने विभाग के सचिवों को कुंभ के लिए किए जा रहे कामों की समीक्षा और वहां के दौरे के भी निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि आगामी त्योहारों पर महाशिवरात्रि से भी बेहतर व्यवस्था कुंभ में होनी चाहिए.

सीएम ने मीडिया से बातचीत में कुंभ के दौरान कोरोना संक्रमण के डर पर भी खुलकर बात की उन्होंने कहा कि कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं पर किसी भी तरह की रोक नहीं होगी लेकिन सभी को कोरोना नियमों का पालन करना होगा. सीएम ने कहा कि लोगों की श्रद्धा को देखते हुए सभी को गंगा स्नान का मौका दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओ को कुंभ तक लाने और उन्हें वापस स्टेशनों तक छोड़ने के लिए एक्स्ट्रा बसों की व्यवस्था सरकार करेगी. वहीं सीएम के मुख्य सचिव शैलेश बगोली ने कहा कि कुंभ आयोजन के लिए 661 करोड़ की लागत से अबतक 203 निर्माण कार्य किए जा चुके हैं.

कुंभ की भव्यता के लिए सीएम तीरथ सिंह रावत की प्राथमिकताए पिछली सरकार से थोड़ी अलग हैं. त्रिवेंद्र सरकार ने कोरोना को देखते हुए मुख्य स्नान पर दूसरे राज्यों से बस न चलाने की गुजारिश की थी, जिससे भीड़ को कंट्रोल किया जा सके. उन्होंने रेलवे से भी ट्रेन सेवाओं पर रोक लगाने केल लिए अपील की थी, लेकिन तीरथ सरकार का कहना है कि किसी भी श्रद्धालु को गंगा स्नान से दूर नहीं रखा जाएगा.

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